अभिभावक के लिए जानकारी.....Rechecking और Re-evaluation में क्या है अंतर*
अभिभावक के लिए जानकारी.....Rechecking और Re-evaluation में क्या है अंतर*
💐 Re Checking Fees - 350
(सिर्फ नंबर वापिस काउंट होंगे)
💐 Re Evaluation Fees - 1100
( पूरा पेपर वापिस से चेक होगा)
फॉर्म भरने की आखरी तारीख 31 मई है
Rechecking में सिर्फ यह देखा जाएगा कि सभी प्रश्न चेक हुए हैं, सभी चेक हुए प्रश्न के अंक दिए गए हैं और टोटल ठीक है या नही
Re-evaluation में चेक किए हुए पेपर में प्रत्येक प्रश्न में दिए गए अंकों पर टेप चिपका दी जाएगी और फिर दोबारा किसी दूसरे टीचर से मार्किंग करवाई जाएगी यानि दूसरा टीचर अपने हिसाब से दोबारा प्रत्येक प्रश्न में अंक देगा और अगर दोबारा अंक देने से अंक बढ़ जाते हैं तो बढ़े हुए अंक माने जाएंगे और अगर दोबारा अंक देने से अंक कम हो जाते हैं तो पहले वाले अंक ही माने जाएंगे
Rechecking की प्रत्येक पेपर की फ़ीस 350 रूपये है और Re-evaluation की प्रत्येक पेपर की फ़ीस 1100 रूपये है
अगर किसी पेपर में 15 % से अधिक अंक बढ़ जाते हैं तो 1000 में से 600 रूपये और 800 में से 480 रूपये वापिस बैंक में आ जाएंगे जिस बैंक से फ़ीस भरी थी।
जिस भी बच्चे को लगता है कि उसने जो पेपर में लिखा है, उसके हिसाब से उससे ज्यादा अंक मिलने चाहिए थे तो उनको Re-evaluation का फॉर्म जरुर भरना चाहिए
नोट :- एक या एक से अधिक पेपर की Rechecking या Re-evaluation का एक ही फॉर्म ऑनलाइन भरा जाएगा और फ़ीस भी एक साथ ही जमा होगी
HBSE and HOS 12th Class Re-Check and Re-Evaluation Online Form
हरियाणा बोर्ड (HBSE) व हरियाणा ओपन बोर्ड ने बारहवीं (12th) के लिए Re-Check और Re-Evaluation के लिए पोर्टल खोल दिया है । अगर कोई छात्र अपने परिणाम से असंतुष्ट है वो फॉर्म भर सकता है ।
जब बोर्ड परीक्षाओं (जैसे CBSE, State Boards आदि) के परिणाम घोषित होते हैं और छात्र/अभिभावक को लगता है कि अंक अपेक्षा से कम हैं, तो वे दो विकल्प चुन सकते हैं: Rechecking और Re-evaluation। इन दोनों प्रक्रियाओं में अंतर निम्नलिखित है:
✅ Rechecking (पुनः जांच) क्या है?
Rechecking का मतलब है कि उत्तर पुस्तिका की मूल गणना को दोबारा जांचा जाए।
इसमें क्या होता है:
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उत्तरों को दोबारा नहीं जाँचा जाता।
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सिर्फ यह देखा जाता है कि:
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सभी उत्तरों को जाँचा गया है या नहीं।
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टोटलिंग (अंकों का जोड़) सही तरीके से हुआ है या नहीं।
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कोई अंक गलती से छूट तो नहीं गया।
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यह प्रक्रिया सीमित होती है सिर्फ तकनीकी त्रुटियों तक।
✅ Re-evaluation (पुनर्मूल्यांकन) क्या है?
Re-evaluation का मतलब है कि उत्तर पुस्तिका को दोबारा जांचा जाए — यानी उत्तरों का मूल्यांकन फिर से किया जाए।
इसमें क्या होता है:
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परीक्षक आपके उत्तरों को फिर से पढ़कर मूल्यांकन करता है।
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यदि किसी उत्तर को गलत तरीके से कम अंक दिए गए हैं, तो अंक बदले जा सकते हैं (बढ़ भी सकते हैं, घट भी सकते हैं)।
यह प्रक्रिया अधिक गहन होती है, और इसमें उत्तरों का आकलन दोबारा किया जाता है।
मुख्य अंतर सारणी में:
बिंदु | Rechecking (पुनः जांच) | Re-evaluation (पुनर्मूल्यांकन) |
---|---|---|
प्रक्रिया | केवल टोटलिंग और जांच की जांच | उत्तरों का दोबारा मूल्यांकन |
उत्तरों की जांच | नहीं | हाँ |
अंक बदलने की संभावना | सीमित (केवल जोड़-घटाव में गलती हो) | अधिक (अंक बढ़ या घट सकते हैं) |
समय और शुल्क | कम | अधिक |
अभिभावकों के लिए सुझाव:
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यदि आपको लगता है कि सिर्फ टोटलिंग में गलती है या कोई उत्तर छूट गया है, तो Rechecking बेहतर है।
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यदि आपको विश्वास है कि उत्तरों का सही मूल्यांकन नहीं हुआ, तो Re-evaluation पर विचार करें।
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